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घर को सजाने के कई तरीके होते हैं। वैसे, थोड़ी-सी मेहनत और सूझबूझ से आप अपने घर को इंटरनैशनल टच में भी डेकोरेट कर सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसी थीम्स के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आप अपना घर अलग अंदाज में सजा सकते हैं : 
मोरक्कन  
  • इस थीम को टिपिकल फॉरन लुक का नाम भी दिया जा सकता है। इसमें ब्राइट और वाइब्रेंट कलर्स का प्रयोग किया जाता है, जो मोटे तौर पर ऑरेंज, रेड, डीप ब्लू व ग्रीन, सैंड, गोल्ड और सिल्वर के शेड्स होते हैं। कॉम्पिटेराकोटा टाइल्स, सेरामिक या टेराकोटा के पॉट्स, बुनी हुई टोकरियां, फिलिग्रीन वर्क, कलरफुल मोजैक टाइल्स, हैवी वर्क वाले सिल्क कवर्स चढ़े बड़े तकिए, शीशे के लालटेन, शीशे के जार में सजी परफ्यूम वाली मोमबत्तियां, दीवान व उसके पास सजा हुक्का और पाम या फाइकस जैसे पौधे मोरक्कन थीम के इंटीरियर में शामिल होते हैं। 
मेडिटरेनियन 
  • इस तरह के इंटीरियर का लुक काफी साफ-सुथरा होता है। आमतौर पर इस क्षेत्र के घरों में आकाश और समुद्र के पानी जैसे रंग इस्तेमाल किए जाते हैं। क्रीमी वाइट, बर्न्ट ऑरेंज, वाइब्रेंट ब्लू और सी-ग्रीन इनमें खास हैं। कंप्लीट मेडिटरेनियन माहौल के लिए घास की चटाइयां, पाइन या वाइट फ्लोर्स, फ्लोरिंग में मार्बल, छोटे स्टैच्यू, फव्वारों, पौधों वाले टेराकोटा गमले, हाथ से पेंट की हुई टाइल्स के कोस्टर्स व कैंडल होल्डर्स, हल्के सफेद और लाइट फैब्रिक वाले पर्दे, कलरफुल तकिए व कुशंस, रॉट आयरन के कैंडल होल्डर्स, पाइन या रॉट आयरन फनीर्चर जैसी चीजों का खुलकर प्रयोग करें। टिपिकल लुक के लिए दीवारें टेक्सचर्ड रखें। साथ ही, पत्थर की दीवारें या स्टोन फिनिशिंग भी इस थीम की खूबसूरती को निखारती हैं। 
जापानी 
  • इन दिनों जापानी थीम खासी पॉपुलर है। इंटीरियर की इस थीम में ब्लैक और वाइट कलर स्कीम प्रमुख होती है और इसमें अक्सर रेड-ब्राउन कलर के शेड्स नजर आते हैं। फर्नीचर और बाकी साजो-सामान बैम्बू और सेरामिक का बना होता है। नेचरल फाइबर से बनी चटाइयां, जिन्हें तातामी मैट्स कहा जाता है और आसानी से मुड़ने वाली टहनियों से बनाया गया फर्नीचर भी इस थीम का अहम हिस्सा हैं। टोटल जैपनीज टच के लिए बैम्बू स्क्रीन्स को हाथ से पेंट किए गए सिल्क या राइस पेपर के साथ दीवारों पर लगाएं। टी-पॉट्स, टी-सेट्स, कांजी क्लॉक्स, पेपर लालटेन और लैंप्स वगैरह एक्सेसरीज जापानी घरों में काफी यूज की जाती हैं। फर्नीचर के मामले में फ्यूटन सोफा या कोतासू टेबल के साथ कुशंस को जमीन पर रखकर सजाएं। इस थीम में हेवी फर्नीचर का प्रयोग नहीं होता। 
राजस्थानी 
  • राजस्थानी थीम में रंगों का भरपूर इस्तेमाल होता है। नक्काशीदार और हाथ की पेंटिंग वाला फर्नीचर, दीवारों से सटे लकड़ी के बक्से, लकड़ी के झरोखे और घर सजाने की संगमरमर की एक्सेसरीज इस थीम की जान हैं। वहीं एम्ब्रॉयडरी, मिरर और छोटे-छोटे शंखों वाले कुशन कवर, ऐसी ही छोटी पेंटिंग्स, लकड़ी व कपड़े की बनी गुडि़या, राजस्थानी लोक संगीतकारों के अलग-अलग साइजों की मूतिर्यां, हैंड ब्लॉक पेंटिंग वाली चादरें व पर्दे जैसे सामान पूरे घर को राजस्थानी रंग से सराबोर कर देते हैं। 
  • सबसे खास बात यह है कि यह सामान बेहद आसानी से मिल जाता है। साथ ही, वुडन चेस्ट्स, जिन्हें सेंटर या साइड टेबल की तरह यूज किया जा सकता है, भी राजस्थानी इंटीरियर की जान हैं। 
साउथ इंडियन 
  • इस थीम में ब्रॉन्ज और ब्रास के आइटम्स का काफी इस्तेमाल होता है। इस थीम के लिए चोला व हसैला स्टाइल के स्टैच्यू, दीये, कटावदार और बड़ा फनीर्चर, लकड़ी के खंभे व खिड़कियों के फ्रेम एक्सेसरीज के रूप में इस्तेमाल होते हैं। इसके लिए घर के बीचों-बीच एक बरामदा होना अच्छा रहता है। इस थीम के साथ रेड ऑक्साइड फर्श और ब्लैक कदपा स्टोन्स की फ्लोरिंग चलती है। यह स्टाइल तंजावूर और पॉन्डिचेरी के पुराने घरों की खासियत है। पानी के भरे पीतल के बड़े मटके, जिसमें ताजे फूलों की पत्तियां डाली गई हों, भी इस थीम के साथ खासे खूबसूरत लगते हैं।

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