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जल ही जीवन है

पानी कार्बोहाइड्रेट्स,प्रोटीन और वसा की तरह की न्यूट्रिशन है। लगभग 70 फीसदी बॉडी पानी पर ही टिकी है। यह हमारे घुटनों, कलाई और सभी अंतरंग भागों की चिकनाई के साथ-साथ बॉडी के जोड़ों के लिए कई महत्वपूर्ण काम करता है। शरीर में पानी की अधिकतम मात्रा शरीर से व्यर्थ चीजों और जहर आदि को निकालने के साथ-साथ पूरी बॉडी में न्यूट्रिशन को पहुंचाने का काम भी करता है।

क्या अधिकतम मात्रा में पानी पीना नुकसानदेह है?
हां, आप अपने शरीर से पसीने, मलमूत्र और सांसों आदि के जरिए जितना पानी निकालते हैं उससे ज्यादा पानी पीना नुकसानदेह हो सकता हैं।
  • जो लोग जिम जाते हैं क्या उन्हें जिम न जाने वालों के मुकाबले पानी ज्यादा पीने की जरूरत है। जिम जाने वालों को अधिक पानी पीना चाहिए? किस लेवल पर दोनों कैटेगिरी को पानी पीना चाहिए?
  • हां बिल्कुल। आपकी गतिविधियां आपकी पानी पीने की क्षमता को निर्धारित करती हैं। सामान्यतः 100 कैलोरी पर आधा गिलास या 100 मिमि. पानी पीना चाहिए। इसी के हिसाब से थोड़ा ऊपर नीचे हो सकता है। ऐसे में आपको अपना बीएमआर मेटाबोलिक रेट के हिसाब से कैलकुलेट करना चाहिए सर्वाइव करने में आपको एक कैलोरी में कितना पानी पीना होगा। अगर आप किसी गतिविधि में शामिल हैं तो उसमें 500 से 1000 तक कैलोरी को जोड़ लेना चाहिए। अगर आप जिम जाते हैं तो ऐसे में आपको अधिक से अधिक कैलोरी को जोड़ पानी पीने के लेवल में भी एडजेस्टमेंट करनी चाहिए।
यह कैसे तय किया जाए कि महिलाओं और पुरूषों को कितना पानी पीना चाहिए?
  • यह बीएमआर और एक्टिविटी लेवल पर निर्भर करता है। साधारणतयाः जिम न जाने वाले व्यक्ति को 500 कैलोरी और जिम जाने वाले को 1000 कैलोरी के हिसाब से पानी पीना चाहिए।
  • बहरहाल, 100 कैलोरी के लिए 100 एमएल पानी पीना जरूरी है। एक गिलास 200 एमएल का होता है। इसका अर्थ यह है कि 200 कैलोरी के लिए 200 एमएल पानी पीना जरूरी है। अगर आप पूरे दिन में कुल 3000 कैलोरी व्यय कर रहे हैं तो उसे 200 से भाग करने पर आपको एक दिन में 15 गिलास पानी पीना चाहिए। वैसे भी एक दिन में 12-13 गिलास पानी पीना र्प्याप्त होता है।
अधिकतम मात्रा में पानी पीने से चेहरे की झुर्रियां दूर हो जाती हैं। क्या यह सही है या सिर्फ एक मिथ है?
  • हां, कुछ हद तक तो यह सही है। पानी पीने से चेहरे पर नमी रहती है। वैसे भी एक निश्चित अंतराल के बाद स्किन को ठीक रहने और हेल्दी बनाने के लिए पानी पीने की सलाह दी जाती है।
खाना खाते हुए भी किसी व्यक्ति को अधिक से अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है?
  • देखिए, जरूरत से ज्यादा कुछ भी सही नहीं होता है। जैसे मैंने पहले बताया पानी पीने की मात्रा व्यक्ति के एक्टिविटी लेवल पर निर्भर करती हैं। अगर आप सही मात्रा में पानी पी रहे हैं तो हर दो घंटे बाद आपको बाथरूम जाने की आवश्यकता होगी।
  • अक्सर अभिभावक अपने बच्चों को अधिक पानी पीने पर जोर देते हैं क्योंकि यह ब्लैडर कैंसर से बचाता है? क्या कम पानी पीने से एसिड यूरिन आता हैं? यह बात कहां तक सही है?
  • यह सही है कि पानी ब्लैडर कैंसर को रोकता है। लेकिन बच्चों को ऊर्जा के लिए पानी पीना चाहिए। सिर्फ व्यस्कों को ही ब्लैडर कैंसर से बचाव के लिए अधिक पानी पीने की सलाह दी जाती है। यूरिन एसिड लेवल हाई होना नुकसानदासक नहीं है लेकिन किसी व्यक्ति फिर चाहे वह महिला हो या पुरूष का गलत खान-पान और अधिक वजन होने पर समस्या पैदा होती है। ऐसे में अधिकतम पानी पीकर यूरिन एसिड लेवल कम करने की सलाह दी जाती है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिला को कितना पानी पीना चाहिए?
  • पानी गर्भवती के लिए बहुत अहम न्यूट्रिशन है। गर्भ धारण के समय इसके अलग-अलग रूपों में प्रभाव पड़ते हैं। यह ऊर्जा प्रदान करता है। मिसकैरिज, कब्ज, रक्त स्राव और इलेक्ट्रॉयड को इंम्बैंलेस होने से रोकता है। इस अहम बात को हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि पानी प्रेगनेंसी में शरीर को काम करने लायक बनाने में अहम भूमिका निभाता है। इसी से वह हॉर्मोंस ग्रहण कर पाती है जो कि जरूरत के हिसाब से एडीशनल फ्लूड इकट्ठा करने में मदद करते हैं। गर्भवती को एडीशनल फ्लूड की जरूरत पड़ती है क्योंकि अतिरिक्त पानी को फेफड़ों के माध्यम से बाहर निकाला जाता है। तीसरे महीने में दोगुना रक्त की जरूरत होती है क्योंकि किडनी के का काम ऐसे में अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में फ्लूड की जरूरत भारी मात्रा में पड़ती है।
  • गर्भवती महिला से एक दिन में कम से कम 13 गिलास पानी पीने की अपेक्षा की जाती है। इसी के साथ भारी मात्रा में पानी की अधिकता वाले फल और जूस लेना चाहिए।
  • स्तनपान कराने वाली महिलाओं को तरल पदार्थों पर खासा ध्यान देना चाहिए। जब भी वे फीड कराएं उससे पहले एक गिलास पानी पीना काफी लाभदायक होता है, यह फीडिंग के दौरान हुई फ्लूड की कमी को भरता है।
खाना खाने से पहले और बाद में क्या पानी पीना हमारे पाचन तंत्र को खराब करता हैं। यह कहां तक उचित है?
  • पानी हमारे एन्जाइंम में नही मिलता क्योंकि यह हमारे पाचन तंत्रों में मिक्स नहीं हो पाता। बल्कि पानी तो शरीर में जाने वाले पौष्टिक आहार को टुकड़ों में विभाजित करता है। इसीलिए भोजन करने से कुछ समय पहले पानी पीने की सलाह दी जाती है।
मुंहासों को दूर करने के लिए कितना पानी पीना जरूरी है
  • मुंहासों और विषैले तत्वों को बाहर निकालने के लिए पानी की मदद लेनी चाहिए। आपको दिन की शुरूआत में ही तय कर लेना चाहिए कि आपको कितने पानी की जरूरत है और उसी हिसाब से थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर आपको उचित मात्रा में पानी पीना चाहिए।
पानी की कमी, चक्कर आना, थकान आदि क्या ये पानी की कमी के कारण होता है। इससे कैसे बचा जा सकता है?
  • दो फीसदी पानी की कमी होने पर कुछ लक्षण होते हैं जैसे प्यास लगती है, भूख लगती है, स्किन ड्राई हो जाती है। मुंह सूख जाता है, ठंड लगती है और डॉर्क यूरिन होता है।
  • अगर पांच फीसदी पानी की कमी होती है तो हृहय की धड़कन बढ़ जाती है। मलमूत्र त्यागने में परेशानी होती है। मांसपेशियों में जकड़न हो जाती है। थकान बहुत होने लगती है। जी मिचलाना,, सरदर्द आदि तकलीफें होने लगती है।
  • अगर 10 फीसदी से अधिक पानी की कमी है तो मेडीकल हेल्प लेने में देरी नहीं करनी चाहिए। बहुत सी तकलीफों के साथ ही मांसपेशियों में अकड़न, उल्टी आना, नब्ज का तेज होना, शरीर का सिकुड़ना, यूरिन करते समय दर्द होना, कम दिखाई देना, चक्कर आना, सांस लेने में परेशानी होना, कंफ्यूज होना, छाती में दर्द होना आदि परेशानियां होने लगती हैं।
क्या सदियों में पानी पीने की मात्रा को कम करना चाहिए?
  • सर्दियों के समय बहुत ज्यादा प्यास नहीं लगती। लेकिन रूखी हवाओं के होने से प्यास न लगने पर भी पानी को उसी मात्रा में पीना चाहिए। पानी की कमी से झिल्लियां, फेफड़ों, आंतों आदि के ड्राई होने का खतरा बना रहता है जिससे इंफेक्शन होने का भी डर है। इसीलिए यह जरूरी है कि सर्दियों में पानी उचित मात्रा में लें।
क्या गुनगुना पानी पीने से मोटापा कम होता है?
  • पानी की समुचित मात्रा आमतौर पर मोटापा घटाने में सहायक होती है। लेकिन इसके साथ ही डाइट प्लान भी बहुत जरूरी है जो कि वेस्ट चीजों को निकालने में बहुत मदद करता है। यह न सिर्फ पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है बल्कि इससे ऊर्जा भी मिलती हैं। किडनी ठीक रहती है।


1 comment:

  1. यह लेख मुझे बहुत अच्छा लगा अच्छी जानकारी के लिए धन्यवाद .

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