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कैरेट क्या है ?



कैरेट सिस्टम को किसी भी ज्वैलरी या सोने के आभूषण में मौजूद शुद्ध सोने की मात्रा जानने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। दूसरे शब्दों में , एलॉय में मौजूद सोने के हिस्से के आकलन की इकाई को कैरेट कहा जाता है। मसलन , 24 कैरेट गोल्ड को शुद्ध सोना माना जाता है। 

इसी तरह से अगर कोई ज्वैलरी या सोने का दूसरा आइटम 18 कैरेट का है तो इसका मतलब है कि उसमें 18 हिस्सा सोना है और 6 हिस्सा दूसरा मेटल का है। यानी कि 75 फीसदी शुद्ध सोने वाली ज्वैलरी को 18 कैरेट का माना जाता है। 

22 कैरेट गोल्ड ज्वैलरी का मतलब हुआ कि इसमें 22 भाग सोना है और 2 भाग दूसरा मेटल मौजूद है। कैरेट सिस्टम में 10 कैरेट को सबसे छोटी इकाई माना जाता है। 10 कैरेट गोल्ड का मतलब हुआ कि आइटम में 10 भाग सोना है और 14 भाग दूसरे मेटल का है।

ज्वैलर्स बताते हैं कि शुद्ध सोने (24 कैरेट ) की ज्वैलरी नहीं बनाई जा सकती है। इसलिए इसमें एलॉय यानी कि दूसरे मेटल मिलाए जाते हैं। 

एलॉय के रूप में सोने में कॉपर और सिल्वर मिलाए जाते हैं। ज्वैलर्स के मुताबिक , ' शुद्ध सोने को गलाकर उसमें एलॉय मिलाया जाता है। जितने कैरेट की ज्वैलरी की जरूरत होती है , सोने में उसी अनुपात में एलॉय मिला दिया जाता है। एलॉय मिलाने से सोने की ज्वैलरी बनाने में मदद मिलती है क्योंकि एलॉय की वजह से सोने को अलग - अलग आकार देना मुमकिन हो पाता है। 

' कीमती पत्थरों जैसे डायमंड के लिए कैरेट का मतलब उस पत्थर के वजन को दर्शाता है।

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