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नवरात्रि कल : घट स्थापना के शुभ मुहूर्त | 16-10-2012

घट स्थापना के शुभ मुहूर्त- 
16 October 2012 | Tuesday
  • सुबह 06:31 से 08:47 तक (चर लग्न तुला) 
  • सुबह 08:47 से 11:02 तक (स्थिर लग्न वृश्चिक) 
  • सुबह 09:18 से 10:45 तक (चर का चौघडिय़ा) 
  • सुबह 10:45 से दोपहर 12:12 तक (लाभ का चौघडिय़ा) 
  • दोपहर 11.49 से 12:35 (अभिजीत मुहूर्त) 
  • दोपहर 12:12 से 01:38 तक (अमृत का चौघडिय़ा) 
  • शाम 07:38 से रात 09:36 तक (स्थिर लग्न वृषभ)
विधि :
पवित्र स्थान की मिट्टी से वेदी बनाकर उसमें जौ, गेहूं बोएं। फिर उनके ऊपर अपनी शक्ति के अनुसार बनवाए गए सोने, तांबे अथवा मिट्टी के कलश की विधिपूर्वक स्थापित करें। कलश के ऊपर सोना, चांदी, तांबा, मिट्टी, पत्थर या चित्रमयी मूर्ति की प्रतिष्ठा करें। मूर्ति यदि कच्ची मिट्टी, कागज या सिंदूर आदि से बनी हो और स्नानादि से उसमें विकृति आने की संभावना हो तो उसके ऊपर शीशा लगा दें। मूर्ति न हो तो कलश के पीछे स्वस्तिक और उसके दोनों कोनों में बनाकर दुर्गाजी का चित्र पुस्तक तथा शालग्राम को विराजित कर भगवान विष्णु का पूजन करें। पूजन सात्विक हो, राजस या तामसिक नहीं, इस बात का विशेष ध्यान रखें। नवरात्रि व्रत के आरंभ में स्वस्तिक वाचन-शांतिपाठ करके संकल्प करें और सर्वप्रथम भगवान श्रीगणेश की पूजा कर मातृका, लोकपाल, नवग्रह व वरुण का सविधि पूजन करें। फिर मुख्य मूर्ति का षोडशोपचार पूजन करें। दुर्गादेवी की आराधना-अनुष्ठान में महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती का पूजन तथा मार्कण्डेयपुराणान्तर्गत निहित श्रीदुर्गासप्तशती का पाठ नौ दिनों तक प्रतिदिन करना चाहिए।

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