फेशियल
अगर ऑक्सिजन न होती , तो जीवन न होता, यह तो हम जानते ही हैं। लेकिन ऑक्सिजन खूबसूरती के लिए भी जरूरी है। यही वजह है की ऑक्सिजन फेशियल इन दिनों खूब पॉपुलर हो रहा है।
क्या है यह फेशियल इस फेशियल में ऑक्सिजन के जरिए डल स्किन को एनर्जेटिक बनाया जाता है। दरअसल, प्रदूषण की वजह से स्किन को पूरी ऑक्सिजन नहीं मिल पाती, जो इस फेशियल के जरिए स्किन की तह तक पहुंचाई जाती है। इस फेशियल में न्यूट्रिशंस व विटामिंस आदि के सिरम को स्किन के अंदर तक पहुंचाया जाता है। इससे चेहरे पर आईं बारीक लकीरें, झुरिर्यां, ड्राईनेस वगैरह की परेशानी खत्म होती है और स्किन हेल्दी व यंग बनती है।' फेशियल करने का तरीका इस फेशियल में एक मशीन के जरिए ऑक्सिजन के प्रेशर से स्किन में मॉइश्चराइजर, प्रोटीन और दूसरे न्यूट्रिएंट्स डाले जाते हैं। इसके बाद कोलोजन मास्क का इस्तेमाल कर अधिक से अधिक ऑक्सिजन को स्किन की इंटरनल लेयर तक भेजा जाता है। दरअसल, नेचरल हवा की जगह ऑक्सिजन डालने का मकसद इस हवा का सबसे शुद्ध होना है। इसमें इस्तेमाल किया जाने वाला अडवांस ऑक्सिजन वॉश चेहरे की गहराई से सफाई करता है। इसके तहत कई ट्रीटमेंट्स और हरेक का प्रोसेस व क्रीम्स अलग होती हैं। नोएडा में 'ट्रांसफॉर्म' की ओनर नीलिमा शर्मा कहती हैं, 'यह फेशियल स्किन के डिफेंस सिस्टम को मजबूत बनाता है और स्किन को पूरी नमी मिलने के साथ ही इस पर ग्लो आ जाता है। इससे त्वचा की रफनेस खत्म होती है। यही वजह है कि कई सिलेब्रिटीज यह ट्रीटमेंट लेती हैं। वैसे, इसकी एक ही सिटिंग में आपकी स्किन हेल्दी व यंग लुक देने लगती है।' 'स्टाइल्स हेयर एंड ब्यूटी केयर सलून' की ओनर व कॉस्मेटॉलॉजिस्ट मंजू रावत का कहना है कि यह फेशियल स्किन को गहराई तक साफ करता है। इसका 70 प्रतिशत रिजल्ट इसे करने के साथ ही आ जाता है और इससे लंबे समय तक चेहरा दमकता रहता है। इसे करने में लगभग डेढ़ से दो घंटे का वक्त लगता है। मंजू बताती हैं, 'इसमें दो मिनट तक ऑक्सिजन स्प्रे किया जाता है और फिर डर्माब्रेजन स्क्रब से डेड सेल को हटाया जाता है। स्किन को अगर जरूरत होती है, तो स्टीम भी दी जाती है। इसके बाद दोबारा 1 से 2 मिनट तक ऑक्सिजन स्प्रे किया जाता है और फिर चेहरे पर मसाज की जाती है। अब चेहरे पर ऑक्सिजन व ग्लूकोज का पैक लगाकर फिर ऑक्सिजन स्प्रे किया जाता है। ऐसा इसलिए, ताकि फेस पैक सील हो जाए। स्किन टाइप के मुताबिक इसमें सी अल्गी पैक (समुद की काई से तैयार, जिसमें मिनरल्स व विटामिंस होते हैं) लगाया जाता है और अंत में सन-प्रोटेक्टेड क्रीम लगाई जाती है।' इस तरह है फायदेमंद - स्किन के लिए ऑक्सिजन बेहद जरूरी है। इस फेशियल के जरिए ऑक्सिजन को स्किन के अंदर भेजा जाता है, जिससे सेल्स मजबूत व हेल्दी बनते हैं। - यह फेशियल ऐसे बैक्टीरिया बनने से रोकता है, जिससे त्वचा में कई परेशानियां हो जाती हैं। - यह चेहरे के दाग-धब्बों को दूर करने के साथ इस पर आने वाली लकीरों और सूरज की किरणों से भी बचाता है। - तनाव को कम करने में भी यह बेहद कारगर है। - इसके इस्तेमाल से त्वचा स्मूद, रिलैक्स्ड व रिंकल फ्री होती है। - इस फेशियल से त्वचा में नमी का बैलेंस बना रहता है और इसी के साथ यह इसके लिए प्यूरीफाइंग, क्लींजिंग, प्रोटेक्टिव, एंटिबैक्टीरियल, एंस्टिंजेंट व मॉइश्चराइजिंग एजेंट का काम करता है। - इस फेशियल में न केवल त्वचा का एक्स्ट्रा ऑयल सोखने की क्षमता है, बल्कि यह डेड सेल्स को भी दूर करता है। - रिंकल्स को रोकने में भी यह फेशियल फायदेमंद है। चेहरे पर झुर्रियां पड़ने का एक कारण नमी की कमी होना है, जो इस फेशियल से दूर हो जाती है। - काम के तनाव व लगातार मेकअप करने से त्वचा थकी हुई व पीलापन लिए नजर आती है। यह फेशियल इन कमियों को दूर कर चेहरे को फ्रेश लुक देता है। |
सरोज धूलिया
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