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देश के सबसे अमीर घराने की गृहलक्ष्मी....

नीता अंबानी देश के सबसे अमीर घराने की बड़ी बहू और सबसे अमीर व्यक्ति की पत्नी हैं। क्या हैं नीता अंबानी होने के मायने? उन्होंने परिवार को किस तरह प्यार और संस्कार दिए हैं? गृहलक्ष्मी होने के नाते परिवार को सुखी बनाने के साथ वे देशभर के वंचित और असहाय लोगों के बारे में भी सोचती हैं, क्या है इसका सुख..

सोशल एक्टिविस्ट और एजुकेशनलिस्ट नीता अंबानी रोजाना अलग-अलग तरह के ढेरों काम करती हैं और हर काम को पूरी सहजता व सफलता के साथ। उनके हाथ में हमेशा ढेर सारे काम होते हैं। जाहिर है, वे हर पल हाई टेंशन और प्रेशर की परिस्थितियों में रहती होंगी। बावजूद इसके, हमेशा उनके चेहरे पर शांति और हल्की-सी मुस्कराहट बनी रहती है। जब उनसे पूछा जाता है कि वे पर्सनल व प्रोफेशनल लाइफ़ में संतुलन कैसे साधे रखती हैं, तो वे उतनी ही सहजता से बताती हैं, ‘मैंने हमेशा वही पाने की कोशिश की, जो लगता है कि मुझे पसंद है। 

मैंने जो भी किया, वह पूरी सिंसेरिटी और मेहनत के साथ किया।’ नीता, भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की गृहलक्ष्मी हैं। यह पूछे जाने पर मिसेज नीता अंबानी होने में सबसे अच्छी बात क्या है, वे बिना एक पल गंवाए कहती हैं, ‘मुकेश की वाइफ़ होना सबसे प्यारा एहसास है।’ नीता भारत के सबसे Êयादा पावरफुल व्यक्तियों में से एक, मुकेश अंबानी के बारे में जितनी गर्मजोशी से बात करती हैं, वह एकदम साफ़ नजर आता है, ‘वे मेरे सोल मेट हैं। उनके बच्चों की मां होना और उनकी पत्नी के नाते वह हर भूमिका निभाना, सबकुछ मेरे लिए प्यारा एहसास है।’

इस दिसंबर में वे और मुकेश अपने साथ के 27 बरस पूरे कर लेंगे। यह पूछे जाने पर कि अफेयर्स और डाइवोर्स के इस जमाने में वे दोनों इतना लंबा साथ कैसे मैनेज कर पाए, तो वे राज खोलती हैं, ‘सबसे पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात, हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं। हम दोनों के काम करने का ढंग एकदम अलग है, लेकिन हम एक-दूसरे की राय को महत्व देते हैं। हम दोनों ही एक-दूसरे की बात सुनने के लिए इच्छुक रहते हैं। मेरे ख्याल से किसी भी रिश्ते में यह बहुत अहम है।’
  


  



नीता बताती हैं कि मुकेश उनके भरतनाट्यम को ख़ूब एंजॉय करते हैं। ‘कुछ अरसे पहले मेरी सासू मां (कोकिलाबेन अंबानी) के जन्मदिन पर मेरा परफॉर्मेस उन्हें बहुत पसंद आया। मुकेश को जो भी पसंद है, मुझे वह सब करना बहुत भाता है। वे भारतीय कला और संस्कृति के प्रशंसक हैं और मैंने ख़ुद के लिए सुनिश्चित किया है कि मैं उन बातों में दिलचस्पी जरूर लूं।

’और जहां तक दिलचस्पी की बात है, तो शायद आपको हैरानी हो कि कुछेक चीजों में नीता की दिलचस्पी मुकेश से भी आगे बढ़ गई है। मसलन क्रिकेट को ही लें। हर कोई जानता है कि पूरा अंबानी परिवार क्रिकेट का बहुत बड़ा फ़ैन है, जो आईपीएल में पूरे जोश के साथ शामिल होता है। लेकिन बकौल नीता, क्रिकेट के प्रति दीवानगी के मामले में वे अपने पति मुकेश को भी पीछे छोड़ चुकी हैं। वे मुस्कराते हुए कहती हैं, ‘अगर आप पिछले साल मुझसे पूछते, तो मैं कहती कि मुकेश बड़े क्रिकेट फ़ैन हैं, पर अब मैं उन्हें पीछे छोड़ चुकी हूं। दरअसल, मैंने इस मामले में सबको पीछे कर दिया है।’ 

उन्हें अपनी सामाजिक प्रतिबद्धताओं की भी पूरी परवाह है। उनका लक्ष्य देश के हर बच्चे को शिक्षा उपलब्ध कराना है- चाहे वह सुदूर गांव में क्यों न रहता हो। जैसा कि नीता कहती हैं, ‘हर बच्चे को लिखना और पढ़ना आना ही चाहिए- और भारत को फिलहाल इसी की Êारूरत है। मेरे मन में यही लक्ष्य है।’ नीता धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की हेड हैं। 

वे महसूस करती हैं कि बच्चों पर कुछ भी हासिल करने का दबाव नहीं होना चाहिए, ‘शिक्षा बग़ैर तनाव के ही होनी चाहिए। ज्ञान की खोज ही बच्चों की असल प्रेरणा होनी चाहिए। अपने स्कूल में मैं इस तरह का माहौल रखती हूं कि बच्चे ज्ञान की खोज को एंजॉय करें। बच्चे ख़ुशी-ख़ुशी स्कूल आएं और अकादमिक रिजल्ट भी अच्छे हों, लेकिन हम नतीजों के लिए दबाव न डालें। उन्हें श्रेष्ठता के लिए कोशिश करनी चाहिए।’

वैसे, नीता का मानना है कि चैरिटी घर से ही शुरू होती है। इसीलिए उन्होंने अपने बच्चों को भी सेवा के संस्कार दिए हैं। वे अपने तीनों बच्चों के बारे में बताती हैं, ‘ईशा साधनहीन बच्चों को शिक्षा दिलाने की इच्छुक है। आकाश वंचित बच्चों के लिए स्पोर्टिग एक्टिविटीज में मदद करता है। अनंत एनिमल लवर है और घायल पशु-पक्षियों के लिए एक आश्रयस्थल चलाता है। हमें गर्व है कि हमारे बच्चों में यह सेवा भावना है।’ वे यह भी बताती हैं कि उनके तीनों बच्चों में ख़ास स्किल्स भी हैं। आकाश वाइल्डलाइफ़ फोटोग्राफ़ी करता है, तो ईशा पेंटिंग करती है और अनंत नेचरलिस्ट है। नीता यह भी जोड़ती हैं कि वे हमेशा अपने बच्चों को भारतीय पारंपरिक मूल्यों की शिक्षा देने की कोशिश करती रही हैं। 

उनका माना है कि बच्चे अपनी जड़ों से जुड़े रहेंगे, तो यह उनके व्यक्तित्व में भी नजर आएगा। बहरहाल, बच्चों समेत पूरे परिवार को क्रिकेट के साथ ही वाइल्डलाइफ़ से भी प्यार है। उनकी जामनगर प्रॉपर्टी में 100 से भी Êयादा कुत्ते हैं और मुंबई के कफ़ परेड स्थित घर में दो सांपों सहित कुछ अन्य पालतू पशु भी हैं। उनके सारे वैकेशंस जंगल की खाक छानते बीतते हैं। 

संडे अंबानी होम में फैमिली टाइम होता है। वे लोग गुजराती खाना खाते हैं और शाम को पालतू कुत्तों को गोद में लिए यूएस क्लब में चहलक़दमी करते हैं। और हां, नीता की भी सुन लीजिए, ‘और बच्चों के साथ ढेर सारा होमवर्क।’ मुंबई के माटुंगा में मैसूर कैफ़े की ट्रिप भी अक्सर हो ही जाती है। नीता बताती हैं, ‘मुकेश और बच्चों के लिए वहां जाना ट्रीट की तरह होता है। मुकेश उनके बहुत पुराने ग्राहकों में से हैं..वे एट्टीज में अपने कैमिकल इंजीनियरिंग के दिनों से वहां जा रहे हैं। उन्होंने अपने मेनु में मुकेश की एक तस्वीर लगा रखी है। बच्चे यह देख रोमांचित हो उठते हैं।’

यादगार पल :
  • शादी के सात बरसों बाद जुड़वां बच्चों आकाश और ईशा का जन्म, सबसे छोटे बच्चे अनंत का जन्म, उनके पहले बड़े प्रोजेक्ट जामनगर रिफायनरी की शुरुआत, धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल का प्रारंभ, आईपीएल में मुंबई इंडियन टीम का स्वामित्व।
देश के लिए स्वप्न :
  • भारत का हर बच्च लिख और पढ़ सके, बालक और बालिकाओं, दोनों के लिए बराबर मौक़े, महिलाओं व बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा।
शादी के मंत्र
  • पति-पत्नी अच्छे दोस्त की तरह हों।
  • कामकाज के अलग ढंग के बावजूद दोनों एक-दूसरे को सुनने के इच्छुक हों और एक-दूसरे की राय को महत्व दें।
  • पत्नी की विशेष योग्यताओं पर पति ख़ुश हो।
  • पत्नी, पति की रुचियों के हिसाब से अपनी दिलचस्पी विकसित करे।बच्चों को अच्छे संस्कार दें।
  • स्त्री पत्नी होने से संबंधित तमाम भूमिकाएं निभाने को सहर्ष इच्छुक हो।

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