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यंग करियर वुमन और बच्चा

नौकरी और करियर की आपाधापी में महिलाओं में जल्दी मां बनने की ख्वाहिश कहीं दब सी गई है। यही वजह है कि अब वर्किंग वुमन 30 के बाद ही मां बनने के बारे में सोच पाती हैं। लेकिन हालिया रिसर्च की मानें, तो ज्यादा उम्र मां बनने की राह को मुश्किल बना देती है। 

अगर आप यंग करियर वुमन हैं और बच्चा जल्दी प्लान नहीं करना चाहतीं, तो यह रिपोर्ट आपके लिए ही है। जी हां, सेंट एंड्रयूज और एडिगबर्ग युनिवर्सिटी के मेडिकल साइंटिस्ट्स की टीम की एक रिसर्च के मुताबिक, 30 साल में कदम रखते-रखते महिलाएं अपने 90 प्रतिशत एग सेल्स खो चुकी होती हैं, यानी बेबी और वह भी हेल्दी बेबी की संभावनाएं उम्र बढ़ने के लिए साथ-साथ घटती रहती हैं। 

नानी-दादी कहती हैं न कि पहला बच्चा जल्दी से जल्दी हो, तो वे सही कहती हैं। अब वैज्ञानिक भी कहने लगे हैं कि 30 साल के बाद प्रेग्नेंट होना मुश्किल है। ऐसा क्यों? जवाब में वैज्ञानिकों का कहना है कि 30 साल में कदम रखते न रखते महिलाएं अपने 90 प्रतिशत एग सेल्स खो चुकी होती हैं। हालांकि ओवम प्रॉडक्शन की क्षमता 40 वर्ष की उम्र तक बनी रहती है, लेकिन एग रिजर्व लगातार सिकुड़ता रहता है। 

सेंट एंड्रयूज और एडिगबर्ग युनिवर्सिटी के मेडिकल साइंटिस्ट की टीम द्वारा की गई इस स्टडी के मुताबिक, 95 प्रतिशत महिलाएं 30 का आंकड़ा छूने से पहले ओवेरियन रिजर्व का 88 प्रतिशत खो चुकी होती हैं। इसके बाद एग की क्वॉलिटी खराब होती जाती है और हेल्दी बेबी होने की संभावना भी कम होती जाती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि नेचर एग रिजर्व में से बेस्ट सेल्स को ही ओवा के तौर पर सिलेक्ट करती है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, बेस्ट सेल की उपलब्धता भी कम होती जाती है। 

जाहिर है, इस रिपोर्ट ने पश्चिमी देशों में सनसनी फैला दी है। भारत में भी, जहां अब महिलाएं करियर की वजह से शादी और प्रेग्नेंसी में जल्दबाजी नहीं कर रहीं, इसकी चर्चा होने लगी है। 

बॉम्बे हॉस्पिटल की सीनियर गाइनकॉलजिस्ट डॉ. संगीता अग्रवाल कहती हैं, '21 से 30 साल के बीच प्रेग्नेंसी सबसे अच्छी मानी जाती है। लेकिन अगर कोई दिक्कत है, तो 35 तक भी प्लान किया जा सकता है। इसके बाद की प्रेग्नेंसी जटिल मानी जाती है। महिला को बीपी, डाइबिटीज की समस्या हो सकती है और स्वस्थ बच्चे की संभावना कम हो जाती है।' 

गाइनकॉलजिस्ट्स के मुताबिक, अगर आप 20 साल की हैं, तो एक साल के भीतर प्रेग्नेंट होने के चांस 87 प्रतिशत हैं और अगर 30 वर्ष या उससे अधिक हैं, तो यह चांस घटकर 52 प्रतिशत रह जाता है। लेकिन प्रेग्नेंसी एक बात है और हेल्दी बेबी होना दूसरी। इस बारे में इनफटिर्लिटी स्पेशलिस्ट डॉ नंदिता पल्शेत्कर कहती हैं, 'दुनिया भर के गाइनकॉलजिस्ट्स मानते हैं कि अगर स्वस्थ बच्चा चाहिए तो 30 से पहले प्लान करें। फिर भी 30 के बाद की स्थिति में भी पैनिक की जरूरत नहीं है।' 

वैसे आप किन्हीं वजहों से देर में बेबी प्लान कर रही हैं, तो आपकी मदद के लिए साइंस हाजिर है। एक लॉ आउटसोर्सिंग फर्म में काम कर रही 29 साल की एडवोकेट मीनल शाह को ही लीजिए। मीनल कहती हैं, 'मुझे पता है बाद में दिक्कत आएगी, लेकिन अभी मैं करियर को ज्यादा वक्त देना चाहती हूं। ऐसे में अपनी एक दोस्त की सलाह पर पिछले महीने मैंने एक हॉस्पिटल में अपना ओवम सुरक्षित करवाया। अब चार साल तक मैं बेफिक्र हूं। अगले दस सालों में जब चाहे मैं मां बन सकती हूं और मेरा बच्चा भी हेल्दी होगा।' 

ऐसा माना जाता है कि फ्रोजन ओवा की उम्र वही रहती है, जो फ्रीज करते वक्त महिला की थी। हालांकि इसकी सफलता दर 60-70 प्रतिशत ही है, लेकिन युवा महिलाओं के बीच इसको लेकर खासी सुगबुगाहट है। कुछ महिलाओं के लिए देर से मां बनना मजबूरी भी हो सकती है। ब्रेस्ट कैंसर के लिए कीमोथेरेपी ले रही 32 साल की वरुणा कमल को इसीलिए ओवम बैंक का सहारा लेना पड़ा। गौरतलब है कि कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी के दौरान ओवरी डैमेज हो जाती हैं। इसलिए डॉक्टर ऐसी महिलाओं को ओवम सुरक्षित रखने की सलाह देते हैं, ताकि जब वे कैंसर से मुक्त हो जाएं, तब दोबारा मां बन सकें।

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